बाबा मेरा बड़ा लखदातार है
तर्ज - काली कमली वाला मेरा यार है
बाबा मेरा बड़ा लखदातार है,
खाटू से चला रहा सरकार है,
जो भी आया दर बेड़ा पार है,
खाटू वाला बड़ा ही प्यारा दीन दुखी का यह सहारा,
ज्यादा टेंशन लेना अब बेकार है,
खाटू से चला रहा सरकार है.....
सबकी सुनता खाटू वाला गरीब हो चाहे पैसे वाला,
पैदल वाले को मिल गई मोटर कार है,
खाटू से चला रहा सरकार है.....
तड़पाओ ना श्याम प्यारे हम भी बाबा है तुम्हारे,
लकी खाटू आने को बेकरार है,
खाटू से चला रहा सरकार है.....
Lyr ics - lucky Shukla
श्रेणी : खाटू श्याम भजन

यह भजन "खाटू से चला रहा सरकार है" एक अत्यंत भावुक और भक्ति-रस से भरपूर रचना है जो खाटू श्याम बाबा की कृपा और चमत्कारी स्वरूप को बड़े ही सरल और प्रभावी शब्दों में दर्शाता है। इस भजन में भक्त का विश्वास, प्रेम और बाबा श्याम के प्रति अटूट आस्था दिखाई देती है।
भजन की शुरुआत में रचनाकार कहते हैं कि बाबा श्याम "बड़ा लखदातार है", जो यह दर्शाता है कि बाबा केवल आशीर्वाद ही नहीं, बल्कि अपने भक्तों को भरपूर दान और कृपा भी देते हैं। "खाटू से चला रहा सरकार है" ये पंक्ति इस भजन की आत्मा है, जो बताती है कि बाबा की सत्ता और कृपा केवल मंदिर तक सीमित नहीं, बल्कि समूचे संसार पर फैली हुई है।
रचनाकार यह भी कहते हैं कि जो भी बाबा के दर पर आता है, उसका बेड़ा पार होता है—चाहे वो गरीब हो या अमीर। यह भजन उन अनगिनत भक्तों की भावनाओं को दर्शाता है जिन्हें बाबा ने संकट के समय सहारा दिया, और जिनकी किस्मत बदल दी। "पैदल वाले को मिल गई मोटर कार है" जैसे शब्द दर्शाते हैं कि बाबा किसी की मेहनत और श्रद्धा को व्यर्थ नहीं जाने देते।
अंत में "तड़पाओ ना श्याम प्यारे, हम भी बाबा हैं तुम्हारे" जैसी पंक्तियाँ एक सच्चे भक्त की पुकार है—जिसमें प्रेम है, भावुकता है, और बाबा से मिलने की अधीरता भी।
यह भजन केवल शब्दों का संगम नहीं, बल्कि एक भक्त की आत्मा से निकली पुकार है, जो हर सुनने वाले को बाबा श्याम के चरणों की ओर खींच लेती है।