बंशी की धुन लिरिक्स Banshi Ki Dhun Hindi Bhajan Lyrics Shree Krishna Bhajan
कान्हा बंसी की धुन जो सुनाएं,
ब्रज 84 कोश सभी की,
सुध भुद खो सी जाए,
कान्हा बंसी की धुन जो सुनाएं......
कान्हा मुरली की धुन जो सुनाएं......
मोर कोयलिया चरती गईया,
वृंदावन मंडराये,
क्या जाने कब कुंज गली में,
छलिया के दर्शन पाए,
एक झलक तेरी पाके मन की,
कलिया मन की सब खिल जाए,
कान्हा बंसी की धुन जो सुनाएं......
कान्हा मुरली की धुन जो सुनाएं......
बंसीवट भी तुम्हे पुकारे,
आजा प्रीतम प्यारे....
सखियों के संग रास रचाने,
आजा जमुना के किनारे,
बरसाने से राधा राधा रानी,
भागी दौड़ी आए......
कान्हा बंसी की धुन जो सुनाएं......
कान्हा मुरली की धुन जो सुनाएं......
साँझ ढली निधिवन मोहन,
श्याम से मिलने आई,
प्रेम दानी मे डुब के दोनों,
मोहक रास रचाए,
पर अदभुद लीला को कोई
प्राणी कोई देख ना पाए,
कान्हा बंसी की धुन जो सुनाएं......
कान्हा मुरली की धुन जो सुनाएं......
ब्रज 84 कोश सभी की,
सुध भुद खो सी जाए,
कान्हा बंसी की धुन जो सुनाएं......
कान्हा मुरली की धुन जो सुनाएं......
श्रेणी : कृष्ण भजन
बंशी की धुन | कृष्ण जी का मनमोहित कर जाने वाला भजन | Banshi Ki Dhun | Sapna Vishwakarma @Saawariya
बंशी की धुन लिरिक्स Banshi Ki Dhun Hindi Bhajan Lyrics, Krishna Bhajan, Shree Radha Krishna Bhajan, by Sapna Vishwakarma Ji
Note :- वेबसाइट को और बेहतर बनाने हेतु अपने कीमती सुझाव नीचे कॉमेंट बॉक्स में लिखें व इस ज्ञानवर्धक ख़जाने को अपनें मित्रों के साथ अवश्य शेयर करें।